कुरुक्षेत्र में बीजेपी सरकार के सपने को पलीता लगाता विकास बोर्ड
सत्यखबर कुरुक्षेत्र (भारत साबरी) – कुरुक्षेत्र को धर्मनगरी के तौर पर प्रमोट कर रही बीजेपी सरकार के सपने को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड चूर-चूर कर रहा है। प्राचीन महत्ता रखने वाले सन्निहित सरोवर के जल में गंदे नाले का पानी मिल रहा है। जबकि केडीबी इसकी जानकारी होने के बावजूद लापरवाही बरत रहा है। इससे जहां धार्मिक आस्था को चोट पहुंच रही है वहीं पर्यटकों का मोह भी भंग हो रहा है। जबकि सरोवर के जल को पवित्र मानकर इसका आचमन करने वाले लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी ये सीधे तौर पर खिलवाड़ हो रहा है।
धर्म नगरी कुरुक्षेत्र में कुछ देर की बारिश से जहां पूरे शहर में जल भराव हो गया है। वहीं धार्मिक आस्था को भी गहरी चोट पहुँच रही है। तीर्थ पुरोहित बृज शर्मा ने बताया कि बारिश के दौरान गंदे नाले का पानी ओवरफ्लो हो जाने से शहर भर का गंदा पानी सन्निहित सरोवर में आने लगा है। इससे विश्व विख्यात तीर्थ स्थल पर आस्था रखने वाले लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँच रही है। लाखों लोग यहाँ आते है जब ये हालत देखते है तो बहुत दुखी होते है। चलता पानी करने के चक्कर में नाले का गंदा पानी ही सन्निहित सरोवर में आकर गिर रहा है।
तीर्थ पुरोहितों के मुताबिक कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का काम इन तीर्थों की देखरेख करना है, जिसे वो बिल्कुल भी ध्यान से नहीं कर रहा है। वहीं आशुतोष ने बताया कि इस मामले को वो कई बार केडीबी अधिकारियों के संज्ञान में ला चुके है, लेकिन केडीबी अधिकारी बेफिक्र होकर सोए हुए हैं। उन्होने बताया कि जब भी तेज बारिश होती है तो बड़े गंदे नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सरोवर के जल में आने लगता है। तीर्थ पुरोहितों ने मांग की थी कि इस जगह पर गेट सिस्टम लगाया जाना चाहिए, जिससे ओवर फ्लो नाले का पानी वापस ना आए।
वहीं पुरोहित सुरेन्द्र जोशी ने बताया कि पानी की निकासी के लिए नाला बनाया गया था। उल्टा गंदे नाले का पानी इस सरोवर में आ कर गिर रहा है। केडीबी का सन्निहित सरोवर को लेकर कुछ खासा ध्यान नही है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खेला जा रहा है। श्रद्धालु इसी जल को आचमन करने के साथ-साथ स्नान भी करते हैं। इससे ना केवल उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।